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लहू चव्हाण - जगण्याचं चित्र रेखाटण्यास...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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लहू
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लहू-लुहान
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gory
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bloodstained
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blood
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अरक्त
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रक्तवर्णी
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अध्याय अडतीसावा - श्लोक १५१ ते १९९
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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हळु
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अध्याय अडतीसावा - श्लोक १०१ ते १५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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अध्याय एकोणचाळीसावा - श्लोक १०१ ते १५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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अध्याय अडतीसावा - श्लोक १ ते ५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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अध्याय सदतीसावा - श्लोक १५१ ते २१३
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ८
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ३
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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हळू
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मातृका
Meanings: 35; in Dictionaries: 8
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अध्याय एकोणचाळीसावा - श्लोक १५१ ते १९५
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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अक्षरांची लेणी - निरोप देतांना
लोकगीते म्हणजे लोकांच्या मानसिकतेची निर्मिती. ती कधीच जुनी होत नाही, उलट त्यातील गोडवा वाढतच जातो.
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अहिरावण-महिरावण
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काकोलूकीयम् - कथा २
पंचतंत्र मतलब उच्चस्तरीय तात्पर्य कथा संग्रह।
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काकोलूकीयम् - कथा ५
पंचतंत्र मतलब उच्चस्तरीय तात्पर्य कथा संग्रह।
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गांधारी
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अध्याय सदतीसावा - श्लोक १०१ ते १५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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माधवाख्यान - प्रथमोध्याय
अनंत फंदीने लावणीइतकाच आख्यान प्रकारही तितक्याच प्रभावीपणे लिहीला.
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अध्याय एकोणचाळीसावा - श्लोक ५१ ते १००
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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अध्याय अडतीसावा - श्लोक ५१ ते १००
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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प्रेमचंद की कहानियाँ - ठाकुर का कुआँ
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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श्रीवामनपुराण - अध्याय ७०
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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प्रेमचंद की कहानियाँ - इज्ज़त का ख़ून
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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प्रेमचंद की कहानियाँ - अपनी करनी
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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प्रेमचंद की कहानियाँ - पंच परमेश्वर
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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प्रेमचंद की कहानियाँ - अलग्योझा
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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कृष्ण
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